ज्योतिरादित्य सिंधिया को मोदी सरकार की कैबिनेट में जगह मिल चुकी है. ज्योति आदित्य पहले कांग्रेस सरकार के साथ काम कर चुके हैं. लेकिन उन्होंने कांग्रेस सरकार को छोड़कर भारतीय जनता पार्टी को चुन लिया है. मोदी सरकार की कैबिनेट मंत्री मंडल ने ज्योतिरादित्य सिंधिया को बुधवार को एक महत्वपूर्ण पद को सौंपा. मोदी सरकार की कैबिनेट ने उन्हें नागरिक उड़यन मंत्रालय का जिम्मा सौंपा है. नागरिक उड्डयन मंत्रालय का पद ज्योतिरादित्य के लिए बहुत ही खास है. क्योंकि 30 साल पहले उनके पिता माधव राव सिंघवी नागरिक उड्डयन मंत्रालय का पद संभाल चुके हैं.
ज्योतिरादित्य सिंधिया के पिता माधवराव सिंधिया ने पी वी नरसिम्हा की सरकार में नागरिक उड़यन मंत्रालय का पद संभाला था. उन्होंने 1991 से लेकर 1993 इस पद पर अपनी सेवाएं प्रदान की थी. माधवराव सिंधिया ने पी वी नरसिम्हा की सरकार ने बड़े ही मुश्किल हालातों में इस पद को संभाला था. ऐसा ही उनके बेटे ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ में हो रहा है. उन्हें बहुत ही मुश्किल हालातों में नागरिक उड्डयन मंत्रालय का पद मिला है. भारत में अभी भी कोरोनावायरस जारी है. और सभी तरह की अंतरराष्ट्रीय उड़ानों पर प्रतिबंध जारी है.
और इसी के साथ घरेलू उड़ानें भी रद्द हैं. और इस प्रकार के हालातों में नागरिकों उड़यन मंत्रालय का पद संभालना बहुत ही मुश्किल काम है. और भारत आर्थिक रूप से कमजोर भी हो चुका है. मोदी सरकार की कैबिनेट मंत्री मंडल ज्योतिरादित्य सिंधिया से उम्मीदें लगा रही हैं कि वह अपना पद बखूबी से था संभालेंगे.
माधवराव और ज्योतिरादित्य सिंधिया के पास है पूर्व अनुभव…
ज्योतिरादित्य सिंधिया भारतीय जनता पार्टी आने से पहले कांग्रेस सरकार के साथ कई साल काम कर चुके हैं. उन्हें राजनीति का अनुभव है. उन्हें राजनीति के गुण अपने पिता माधव राव सिंधिया से मिले हैं. वह भी अपने पिता की तरह मुश्किल हालातों को संभालने में सक्षम है. ज्योति आदित्य मनमोहन की सरकार में आईटी और संचार मंत्रालय का पद संभाल चुके हैं. आपको बता दें ज्योति आदित्य सिंधिया के पिता माधवराव राजीव गांधी की सरकार में रेल मंत्रालय का पद संभाल चुके हैं. उन्होंने अपने कार्यकाल में मंत्रालय में कोई सुधार और विकास के काम किए.
इसके बाद उन्होंने नागरिक उड़ने मंत्रालय का पद संभाला. लेकिन माधवराव सिंधिया नागरिक उड़यन मंत्रालय का पद संभालने में सक्षम रहे. उन्होंने अपने कार्यकाल में नागरिक उड़ायन मंत्रालय में किसी प्रकार का कोई विकास का काम नहीं किया. भारतीय एयरलाइंस के कर्मचारियों ने उनके खिलाफ प्रदर्शन भी किया. इसलिए माधवराव सिंधिया को अपने इस पद से इस्तीफा देना पड़ा. इसके कुछ समय बाद माधवराव सिंधिया की विमान हादसे में निधन हो गया. ऐसे में भारतीय जनता पार्टी ज्योति आदित्य सिंधिया से उम्मीदें लगा रही हैं कि उनके कार्यकाल में भारतीय नागरिक के उड़ान मंत्रालय में विकास होगा. और वह अपना पद बखूबी संभाल लेंगे.
कांग्रेस की सरकार में ज्योतिरादित्य कई पद संभाल चुके हैं. और पुत्र दोनों को कई महत्वपूर्ण पद संभालने का अनुभव प्राप्त है. लेकिन इन मुश्किल हालातों में नागरिक उड्डयन मंत्रालय का पद संभाला ज्योतिरादित्य सिंधिया के लिए आसान नहीं होगा. इस बात को कहना आसान नहीं होगा. की कोरोनावायरस की वजह से कब तक अंतरराष्ट्रीय उड़ान उड़ाने बंद रहेंगे. कोरोनावायरस पूरे विश्व में फैला हुआ है. और लोग यात्रा करने से डर रहे हैं. इस हालात में ज्योति आदित्य सिंधिया के लिए इस मंत्रालय को संभालना एक चुनाव के समान है. भारतीय जनता पार्टी उनकी उम्मीदें लगा रही कि वह अपना पद बखूबी संभाल ले.
