भारत में पिछले कई समय से आकाशीय बिजली गिरने ने तबाही मचा रखी है. आकाशीय बिजली गिरने से भारत में अब तक 40 से अधिक व्यक्तियों की जान जा चुकी है. इन के बीच जगत के पालन करता भगवान कृष्ण के प्रसिद्ध धार्मिक स्थल द्वारकाधीश ( गुजरात का धार्मिक स्थल ) में पिछले कई समय से आकाशीय बिजली गिर रही है. आकाशीय बिजली गिरने से किसी को कोई भी नुकसान नहीं हुआ है. लेकिन आपको बता दें आकाशीय बिजली गिरने से द्वारकाधीश मंदिर के शिखर पर उपस्थित ध्वज पूरी तरह से नष्ट हो चुका है. लेकिन किसी भी प्रकार की माल और जनहानि नहीं हुई है.
मौसम विभाग ने भारत के कई हिस्सों में भारी मानसून आने की संभावना बताइए. गुजरात में हर साल भारी बारिश और चक्रवाती तूफान तबाही मचाते हैं. इस भयानक चक्रवाती तूफानों से माल और जनहानि की समस्या होती है. मौसम विभाग की जारी रिपोर्ट के अनुसार 14 जुलाई के बाद गुजरात के तटीय क्षेत्रों में भारी मानसून आ सकता है. सरकार ने लोगों से अपील की है कि वह तटीय क्षेत्रों में ना जाए. मौसम विभाग ने मछुआरों को अरब सागर की यात्रा करने के लिए मना कर दिया है.
एनडीआरएफ की टीम ने तटीय क्षेत्र में रहने वाले व्यक्तियों को ऊंचे स्थानों पर भेजने की व्यवस्था कर रही है. मौसम बाकी विशेषज्ञों ने कहा है कि दक्षिण गुजरात में भारत मानसून आ सकता है. इसी के साथ गुजरात के कच्छ, केंद्रीय शासित प्रदेश दादरा, दीव, दामन और नगर हवेली में हल्की से मध्यम बारिश होने की संभावना है,गुजरात के इन स्थानों में 11 से 14 जुलाई तक हल्की बारिश होगी. लेकिन गुजरात के दक्षिणी भाग में भारी बारिश के साथ चक्रवर्ती तूफान आने की संभावना है. और गुजरात के तटीय क्षेत्र में रहने वाले सभी लोगों को इस बात की जानकारी दे दी गई है.
सरकार और एनडीआरएफ की टीम इन लोगों की मदद कर रही है. तटीय क्षेत्र पर रहने वाले सभी मछुआरों को मछली पकड़ने और समुद्र की यात्रा करने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है.अहमदाबाद के दिव और जाखू मे 3 मीटर ऊंची लहरें उठने की आशंका बताई गई है. कहा जा रहा है कि इस साल गुजरात में 48% कम बारिश होने की संभावना है. और इस बात की जानकारी मौसम विभाग द्वारा प्राप्त हुई है.
