कश्मीर में पहले से मौजूद सुरक्षाबल आतंकरोधी अभियान चलाएंगे ताकि आतंकी किसी भी तरह से श्रद्धालुओं और यात्रा मार्गो के आसपास भी न पहुंच पाएं.और सभी श्रद्धालु बिना किसी चिंता और भय के अमरनाथ यात्रा पर जा सके,सरकार ने कमर कस ली है,यात्रा के लिए सुरक्षा व्यवस्था पांच स्तारो में होगी.आये जानते है सरकार ने अमरनाथ यात्रा को सुगम बनाने के लिए क्या क्या इंतज़ाम किये है.सुरक्षा के लिए केंद्रीय अर्धसैनिकबलों की 300 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की जाएंगी. इनके अलावा सेना की 10-15 कंपनियां भी यात्रा मार्गों पर तैनात रहेंगी.
दोस्तों अमरनाथ यात्रा शुरू होने वाली है,इसी साल 30 जून से शुरू होने वाली यात्रा के पुख्ता इंतज़ाम किये गए.सुरक्षा बालो के साथ ही कंपनियों के साथ पांच स्तरीय सुरक्षा घेरा तैनात किया जाएगा.कम से कम केंद्रीय बलों की 300 अतिरिक्त कंपनियां तैनात की जाएंगी.देखा जाये तो यात्रीयो की सुविधा के लिए अनतज़ाम पुख्ता किये जाएंगे,सुरक्षा अधिकारियों के अनुसार नए सुरक्षाबलों में अधिकतम संख्या में कंपनियां CRPF की होंगी.नए सुरक्षा उपायों के रूप में तीर्थयात्रियों को माइक्रो-चिप के साथ कलाई बैंड दिया जाएगा.
सुरक्षा अधिकारी ने पांच स्तरीय सुरक्षा योजना के बारे में बताते हुए कहा कि राजमार्गों, जिलों में संवेदनशील क्षेत्रों, त्वरित प्रतिक्रिया दल (पुलिस और सीआरपीएफ), मोबाइल वाहन जांच चौकियों (MVCP) और तकनीकी निगरानी पर तैनाती रहेगी.MHA के अधिकारियों ने कहा कि घटना मुक्त तीर्थयात्रा के लिए पहले से मौजूद सुरक्षा बलों के विभिन्न परतों में तैनाती के साथ,इसमें CRPF की करीब 150 कंपनियां यात्रा ड्यूटी पर आएंगी और यह प्रक्रिया पहले ही शुरू हो चुकी है. हर दिन एक से पांच कंपनियां कश्मीर पहुंचती हैं. ”अधिकारियों ने कहा, इन 150 CRPF कंपनियों के साथ शेष कंपनियां BSF, ITBP, SSB और CISF से होंगी ।
ये तीर्थ यात्रा 43 दिनों की होगी,इस के दौरान किसी इन्होने को रोकने के लिए पुख्ता इंतज़ाम किए गए हैं. अधिकारियों ने कहा “राजमार्गों और संवेदनशील क्षेत्रों पर अधिक ध्यान दिया जाएगा और तैयार सुरक्षा प्लान में इस का ध्यान रखा गया है.”200 CCTV संवेदनशील स्थानों पर लगाए गए हैं,जो की वाहन आधार शिविरों और सुरक्षा एजेंसियों द्वारा पहचाने जाने वाले स्थानो की निगरानी करेगा,सुरक्षा के ये कड़े इंतज़ाम 30 जून से शुरू हो रहे है ।यह पहली बार है कि तीर्थयात्रा के लिए पांच स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था रहेगी, भक्तों को ले जाने वाले वाहनों की आवाजाही, सैटेलाइट, GPRS, माइक्रोचिप्स और RFID चिप की मदद से संबंधित कंट्रोल रूम पर हर घडी निगरानी में रहेगी,
