हाथरस में हुए हादसे के बाद पूरा देश फिर से एक बार उसी तरह हिल गया है जिस तरह निर्भया के समय गिर गया था, प्रशासन की लापरवाही भी इस पूरे मामले में काफी देखने को मिल रही है और एक के बाद एक कई आरोप लग रहे हैं हाल ही में आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन ने बिटिया का अंतिम संस्कार भी तरीके से नहीं करने दिया प्रशासन की लापरवाही भी इस पूरे मामले में काफी देखने को मिल रही है और एक के बाद एक कई आरोप लग रहे हैं, हाल ही में आरोप लगाया है कि पुलिस प्रशासन ने बिटिया का अंतिम संस्कार भी विधि पूर्वक नहीं करने दिया,बिटिया परिवार वालों को घर के अंदर बंद कर दिया और आधी रात के समय ही अंतिम संस्कार कर दिया.
इसी बीच कई लोग पीड़िता के परिवार को हिम्मत बना रहे हैं और उनके दुख में शामिल होने की कोशिश कर रहे हैं हाल ही में जल्लाद पवन का स्टेटमेंट आया है जिसमें उन्होंने बताया है कि वह इस हादसे को लेकर कितने बेचैन हैं, और वह पीड़िता के परिवार से मिलने के लिए कभी भी हाथरस पहुंच सकते हैं
1 न्यूज़ चैनल से पवन जल्लाद ने बात करते हुए बताया कि मैंने निर्भया की मां का दर्द देखा है, जो उन दरिंदो के खत्म होने से पहले तक उनके चेहरे पर बरसता था, मैं समझ सकता हूं उनके दर्द और बेबसी को जिनकी बेटी के साथ ऐसी घटना हुयी है, और वह बेबस हो कुछ ना कर सके. मैं उनसे मिलकर उनके दर्द को बांटना चाहता हूं. पवन जल्लाद ने कहा कि हाथरस पीड़िता के साथ हुई इस हैवानियत के बाद मैं खुद को पीड़िता के परिवार वालों की तरह खुद को मजबूर महसूस कर रहा हूं.
जो परिवार अपनी बेटी की चिता तक ना सजा सका उसके ऊपर क्या बीत रही होगी, मैं बहुत कुछ करना चाहता हूं और ऊपर वाले से यही दुआ है कि जल्द से जल्द यह लोग उस जगह तक पहुंचे जहां मैं इन्हें सजा दे सकूं.कानून की अपनी कुछ मजबूरियां होती है.
हाथरस में युवती के साथ हुई दरिंदगी के बारे में सुनकर पवन बहुत गुस्से में है हाथों को बुलाते हुए वह कहते हैं अभी ना तुम्हें बहुत दम है, ऊपर वाले ने चाहा तो इन्हें भी अंजाम तक पहुंच जाऊंगा. मौका मिले तो आज ही इनके लिए फंदा तैयार कर सकता हूंमैं लड़की के परिवार वाले और मां के साथ हूं. इधर हाथरस में पीड़िता का आधी रात में ही अंतिम संस्कार करने को लेकर वहां के अधिकारियों ने बताया कि शांति व्यवस्था बनाए रखने के कारण ऐसा कदम उठाना पड़ा.
