80 के दशक के सुपरहिट अभिनेता दिलीप कुमार, जिन्होंने अपने अभिनय से लाखों लोगों को प्रेरित किया. अभिनेता मनोज कुमार, दिलीप कुमार के बहुत बड़ी फैन है. उनके दमदार अभिनय से प्रेरित होकर मनोज कुमार ने भी फिल्मों में आने का मन बना लिया. दिलीप कुमार की वजह से ही मनोज कुमार फिल्मों को देखने की शौकीन हो गई. दिलीप कुमार की फिल्मों से प्रेरित होकर मनोज कुमार ने अपना नाम ही बदल दिया. मनोज कुमार का असली नाम हरि कृष्ण गिरी गोस्वामी है. यह बात शायद किसी को पता होगी. कि दिलीप कुमार की वजह से ही मनोज कुमार ने अपना नाम बदल लिया.
उन्होंने अपना नाम दिलीप कुमार की फिल्मों के स्क्रीन नेम के आधार पर रखा. 1949 में आई फिल्म शबनम में दिलीप कुमार का नाम मनोज कुमार था. यह फिल्म मनोज कुमार को इतनी पसंद आई कि उन्होंने अपना नाम ही बदल दिया. जब फिल्म शबनम में रिलीज हुई तो उस समय मनोज कुमार 11 साल के थे. फिल्म शबनम में दिलीप कुमार के साथ कामिनी कौशल नजर आई. मनोज कुमार, ट्रेजेडी किंग दिलीप कुमार को श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा है. कि उनके जाने से एक युग का अंत हो गया है. उनके सामान फिल्म इंडस्ट्री में कोई और अभिनेता हो ही नहीं सकता.
दिलीप कुमार के जाने से पूरी फिल्म इंडस्ट्री जोरदार झटका लगा है. हमें एक बहुत ही मूल्यवान रतन खो दिया है. अशोक कुमार और देव आनंद के बाद अब दिलीप कुमार के जाने से पूरी फिल्म इंडस्ट्री टूट चुकी है. मनोज कुमार एक दमदार अभिनेता के साथ में फिल्म निर्माता निर्देशक भी हैं. उन्होंने दिलीप कुमार की फिल्म क्रांति को डायरेक्ट किया था. दिलीप कुमार ने फिल्म क्रांति को करने के लिए हां बोला तो उस समय मनोज कुमार बहुत खुश हुए. मनोज कुमार, दिलीप कुमार के साथ काम करना चाहते थे और उनका यह सपना फिल्म क्रांति इसके वजह से पूरा हो गया.
मुझे दिलीप कुमार शहीद फिल्म पर काम कर रहे थे. उस समय मनोज कुमार मुझे फिल्म में काम कर रहे थे संयोगवश उस फिल्म में मनोज कुमार का नाम सरदार भगत सिंह था. मनोज कुमार की फिल्मों के लोगों में देशभक्ति की भावना उत्पन्न होती है. साल 1965 में आई फिल्म शहीद से मनोज कुमार फिल्म इंडस्ट्री में पॉपुलर हो गए. भारत के प्रधानमंत्री रह चुके लाल बहादुर शास्त्री के कहने पर मनोज कुमार ने फिल्म उपकार बनाई.
यह फिल्म लाल बहादुर शास्त्री द्वारा दिए गए नारे जय जवान जय किसान पर आधारित है. फिल्म उपकार के लिए मनोज कुमार को नेशनल अवार्ड दिया गया. मनोज कुमार ने अपने करियर में कई सुपरहिट फिल्में दी है पूरब और पश्चिम, कांति, उपकार, रोटी कपड़ा और मकान, हरियाली और रास्ता. मनोज कुमार की देशभक्ति फिल्मों के कारण उन्हें भारत कुमार भी कहा जाता था. 1992 में मनोज कुमार को सर्वश्रेष्ठ सम्मान पदम श्री से सम्मानित किया गया था।
